आपको जितना लगता है यह ब्रह्मांड उससे भी अधिक विशाल है. हमारे दृश्य ब्रह्मांड (observable universe) का व्यास लगभग 93 अरब प्रकाश वर्ष है और खगोलशास्त्रियों का अनुमान है कि यह ब्रह्मांड के कुल आकार का केवल 1/8वां भाग है (यदि ब्रह्मांड अनंत या अपरिमित नहीं है). हमारे दृश्य ब्रह्मांड का आयतन लगभग 3.37 × 10^33 प्रकाश वर्ष^3 है.
मान लें कि हमारे ब्रह्मांड का घेरा मात्र 15 अरब प्रकाश वर्ष है. इस प्रकार इसका आयतन 3.375 × 10^ प्रकाश वर्ष^3 है. ब्रह्मांड में एक औसत मंदाकिनी का आकार हमारी आकाशगंगा से कम होता है लेकिन यदि हम मान लें कि ब्रह्मांड की हर मंदाकिनी का व्यास 1 लाख प्रकाश वर्ष है और इनकी चौड़ाई भी 1000 से 3000 प्रकाश वर्ष नहीं बल्कि 1 लाख प्रकाश वर्ष ही है तो ऐसे में मंदाकिनी के इस ब्लॉक का आयतन 1 × 10^15 प्रकाश वर्ष^3 हो जाता है. यदि हमें 15 अरब प्रकाश वर्ष के घेरे में ऐसी मंदाकिनियां फिट करनी हों तो उसमें लगभग 3.375 × 10^15 मंदाकिनियां आएंगीं. यह बहुत बड़ी संख्या है. इसे 3 क्वाड्रिलियन 375 ट्रिलियन कहेंगे. लेकिन वास्तविक मंदाकिनियां ब्लॉक्स जैसी नहीं होतीं और अधिकांश मंदाकिनियों का आकार 1 लाख प्रकाश वर्ष से कम होता है इसलिए हम इस आयतन में कहीं अधिक मात्रा में मंदाकिनियां फिट कर सकते हैं.
जैसा कि हमने लेख के प्रारंभ में कहा था, हमारा ब्रह्मांड हमारे सोचने-विचारने की क्षमता से कहीं अधिक विशाल है. वास्तव में इसमें 20 खरब से अधिक मंदाकिनियां समा सकती हैं, फिर भी इसमें इतना रिक्त स्थान बचा रहेगा कि यह ध्वस्त नहीं होगा.
किसी ने कभी हिसाब लगाया था कि पृथ्वी पर लगभग 7 क्विंटिलियन (quintillion) या 7,000,000,000,000,000,000 रेत के कण हैं.
और रेत के इतने सारे कण उस पृथ्वी पर हैं जिसका आकार (व्यास) केवल 12,000 किलोमीटर है.
यदि आप इस तुलना को देखेंगे तो पाएंगे कि यदि ब्रह्मांड का आकार पृथ्वी के समान है तो एक औसत मंदाकिनी का आकार धूल के किसी कण जितना है. यह तुलना इसलिए की गई है कि आपको यह ध्यान रहे कि दो पृथक-पृथक इकाइयों की मात्राओं की तुलना उनके संख्यात्मक मान के आधार पर करने में कोई तुक नहीं है. (image credit)