इंटरनेट पर काम करने की सबसे बड़ी विडंबना यह है कि जब हम अपनी पूरी एनर्जी और समर्पण झोंककर कोई ब्लॉग पोस्ट लिख के या वीडियो पोस्ट कर के उसके पॉपुलर होने की उम्मीद करते हैं तो उसे कोई नहीं पढ़ता.
दूसरी ओर, जब हम कुछ ऐसा लिखते हैं जिसे लोगों से शेयर करने में हमें थोड़ी हिचक होती है (क्योंकि उस चीज से हमारी कोई कमज़ोरी झलकती है) तो हर कोई उसे रूचि लेकर पढ़ता है.
इंटरनेट का नियम यह कहता है कि कोई सामग्री जितनी ईमानदारी से पोस्ट की जाती है वह उतनी ही अधिक शेयर की जाती है.
इसमें सबसे रोचक बात यह है कि मल्टीनेशनल ब्रांड्स, विशाल कंपनियां, छोटे स्टार्टअप और इनके सबके बीच आने वाली हर चीज अपनी उस सामग्री को पॉपुलर करने के लिए बेशुमार पैसा खर्च करती हैं जो ईमानदार नहीं होता.
एजेंसियों को पैसे देकर मार्केट में उतारे गए विज्ञापन हों या किसी चीज़ का प्रोमोशन, उनमें वह कनेक्शन या जुड़ाव या ह्यूमन क्वालिटी नहीं होती जो किसी वीडियो, आर्टिकल, गीत, पोडकास्ट या फ़िल्म को कुछ घंटों में ही वायरल कर देती है.
कंपनियों और ब्रांड्स से जुड़े लोग अपनी मीटिंग्स में कहते हैं, “हम चाहते हैं कि लोग हमारी नीयत पर डाउट नहीं करे और हमें ट्रांसपेरेंट और ऑथेंटिक मानें. हां, ऑथेंटिक बहुत बढ़िया वर्ड है. हमारे विज्ञापन से यह दिखना चाहिए कि हम सबसे ज्यादा ऑथेंटिक हैं.”
फिर वे लाखों-करोड़ों रुपये सिलसिलेवार तरीके से मार्केटिंग रणनीति बनाते हुए उस सामग्री के प्रोमोशन पर खर्च करते हैं जो उन्हें ऑथेंटिक दिखती है लेकिन देखनेवालों को वह मामूली ही लगती है. जब उनका प्लान फेल हो जाता है तो वे अपनी मीटिंग रूम में झुंझलाते हुए कहते हैं, “इसे तो भरपूर वायरल होना चाहिए था! हमसे कहीं कोई गलती हो गई है. मीडिया ने इसकी चर्चा क्यों नहीं की? लोग इसे शेयर क्यों नहीं कर रहे हैं?”
क्या आप जानते हैं कि इंटरनेट पर लोगों को सबसे अधिक प्रभावित करनेवाले लोग कौन हैं?
इंटरनेट पर लोगों का ध्यान अपनी ओर आसानी से खींचनेवाले लोग वे हैं जो कुछ भी पोस्ट करते वक्त उसमें अपने दिल का एक छोटा सा हिस्सा शामिल कर देते हैं और कहते हैं, “मैं जानता हूं कि जो कुछ भी मैं आपसे शेयर करने जा रहा हूं उसे कुछ लोग पसंद करेंगे और कुछ नहीं करेंगे. लेकिन मैं इसे आपके सामने रख रहा हूं क्योंकि यह कोई बेजान पोस्ट नहीं है, यह मैं ही हूं.”
ये ऐसे मजाकिया दोस्त हैं जिन्होंने राह चलते ऐसे मस्त वीडियो बनाए जिन्हें कुछ दिनों में लाखों लोगों ने देखा.
ये अपने घर की छत पर गिटार और टप्पर बजाते टैलेंटेड लड़के-लड़कियां हैं जिनके गानों को आप बार-बार सुने बिना नहीं रह सकते.
ये ऐसे लेखक हैं जिन्होंने हमें ऐसी पोस्टें पढ़ने पर मज़बूर कर दिया जिन्हें पढ़कर पर हमारा रोम-रोम सिहर उठा.
ये ऐसे कलाकार हैं जिनकी बनाई कलाकृतियों को देखकर हमारे मन में अनूठे भाव जगे.
ये ऐसे नई प्रजाति के बिजनेसमेन हैं जिनकी बातों में इतना दृढ़-विस्वास झलकता है कि उससे सभी प्रेरित होते हैं
ये ऐसे वीडियो मेकर हैं जो कठिन विषयों और जटिल विचारों को कुछ मिनटों में इस तरह प्रस्तुत करते हैं कि उन्हें छोटा बच्चा भी आसानी से समझ लेता है.
ये ऐसे पब्लिक स्पीकर हैं जो ऐसी बातें कहते हैं जिनके बारे में सोचते सभी हैं पर कोई खुलकर कुछ नहीं कहता.
ये ऐसे रिव्यूअर हैं जो किसी से पैसे लेकर उनकी औसत वस्तु को प्रोमोट नहीं करते, क्योंकि वे जानते हैं कि आप उनपर यकीन करते हो.
ये ऐसे टॉक-शो होस्ट हैं जो आपको अपने गेस्ट को बेहतर फील कराते हैं और ऐसी स्टोरी शेयर करवाते करते हैं जो वे अपने पूरे जीवन में किसी से नहीं बांट सकते थे.
क्या आप जानते हैं कि इन लोगों में कौन सी बात कॉमन है?
ये सभी ईमानदार लोग हैं.
जब आप बहुत मेहनत, प्रयास, और तरकीबें करके सबसे अलग दिखने की कोशिश करते हो तो आपकी आवाज़ भीड़ में गुम हो जाती है.
लेकिन जब आप कुछ ऐसा करते हो जिसमें सच, ईमानदारी, नई पहल, और इनोवेशन दिखता हो – और इस तरह करते हो जिसे स्क्रीन के दूसरी देखने या पढ़ने वाला व्यक्ति अपने मन की गहराइयों तक फ़ील करे तो वह चीज़ वायरल होती है.
Photo by Austin Neill on Unsplash