आप किसी 20 वर्षीय युवक को क्या सलाह देंगे?

इन 10 शक्तिशाली सिद्धांतों का जीवनपर्यंत पालन करो:

पिछली 20 पीढ़ियों ने दुनिया में कुल जितना परिवर्तन देखा है वह तुम अपने जीवनकाल में देखोगे!

तुम अपने ही सबसे बड़े शत्रु हो…

  1. ज़िद्दी मत बनो: विनम्र बने रहो; प्रश्न पूछते रहो!
  2. तुम्हें हमेशा लगेगा कि तुम सुपर-स्मार्ट हो और तुम्हें सब पता है; नहीं, तुम कुछ नहीं जानते!
  3. अपने माता-पिता और प्रियजनों की सलाह पर ध्यान दो; उनकी सलाह के प्रति अपने रवैये पर ध्यान हो, वे तुमसे पहले इस दुनिया में आए हैं.
  4. सीरियस होने का वक्त आ गया है; पार्टी खत्म!

परिवर्तन के स्वामी बनो…

  1. सतत परिवर्तन तुम्हारे जीवन का अंग बना रहेगा; इसके साथ भली प्रकार जीना सीखो.
  2. तुम्हारा कम्फ़र्ट-ज़ोन मृत्यु का ज़ोन है; खुद को इससे परे धकेलते रहो!
  3. सबसे मजबूत या सबसे बुद्धिमान प्रजाति नहीं बल्कि वह प्रजाति सबसे लंबे समय तक बनी रहती है जो परिवर्तन को अंगीकार करके रूपांतरित हो जाती है. — चार्ल्स डार्विन

दूरदृष्टा का दृष्टिकोण रखो…

  1. भीड़ के पीछे मत जाओ; भविष्य को समझते हुए अपनी दृष्टि विकसित करो.
  2. सीखना कभी बंद मत करो… हमेशा, हर पल सीखते रहो!

अपने दोस्त बुद्धिमानी से चुनो!

यह हमेशा याद रखो कि बाज कबूतरों के साथ नहीं उड़ते!

उम्मीदें और कामनाएं करते रहना ही जीवन नहीं है.

  1. “तुम्हारा जीवन इत्तेफ़ाक से बेहतर नहीं होता बल्कि बदलाव से बेहतर होता है.” – जिम रोह्न
  2. जीवन कर्म करते रहना, चलते रहना, बदलते रहने का नाम है.

डिजिटल युग के बारे में सब कुछ अच्छे से समझे!

  1. नई अर्थव्यवस्था के नियमों को सीखो.
  2. नई अर्थव्यवस्था के हुनर विकसित करो.
  3. यह जान लो कि डेटा इस दुनिया को चलानेवाला नया ईंधन है.
  4. विहंगम प्रोद्योगिकियों की जानकारी जुटाओ.
  5. विप्लव करो या विप्लव के शिकार बन जाओ.

तुम्हें लीवरेज की ज़रूरत है!

बिजनेस की फ़ील्ड बहुत ऊबड़-खाबड़ है. तुम्हें वित्तीय स्वतंत्रता पाने के लिए बिजनेस लीवरेज पर पकड़ मजबूत करनी होगी.

किसी भी चीज़ को हल्के में मत लो!

  1. औद्योगिक युग और डिजिटल युग की भिड़ंत हो रही है और धन का प्रवाह बदल गया है.
  2. जो कल तक संपन्न थे उनकी धन-दौलत पर खतरा मंडरा रहा है.
  3. जो कल तक गरीब थे वे आज लाखों में खेल रहे हैं.

कॉलेज की डिग्री अब नौकरी या आर्थिक सुरक्षा पाने की गारंटी नहीं रही!

  1. डिजिटल युग में कॉलेज की डिग्री एक वस्तु बनकर रह गई है.
  2. “आनेवाली पीढ़ियां पीछे मुड़कर देखेंगी और पछताएंगी” -टाइम पत्रिका
  3. भीड़ से अलग दिखने के लिए तुम्हें नई रणनीति बनानी होगी!

असफलता से कभी नहीं डरो!

  1. असफलताएं हमारी सबसे बड़ी शिक्षक हैं!
  2. असफलता को स्वीकार करो लेकिन इसे खुद को कमज़ोर मत करने दो.
  3. कभी हार मत मानो!

लोगों की सेवा करनेवाला लीडर बनो!

  1. दुनिया को तुम्हारी लीडरशिप की ज़रूरत है!
  2. यह हम सबका दायित्व है कि हम एक-दूसरे की सहायता करें और दुनिया को बेहतर बनाएं!

अपने विचारों के प्रति सतर्क रहो!

  1. विचार शब्द बनते हैं.
  2. अपने शब्दों पर ध्यान दो. शब्दों से क्रिया होती है.
  3. अपनी क्रियाओं पर ध्यान दो. वे आदतों में बदल जाती हैं.
  4. अपनी आदतों पर ध्यान दो. वे तुम्हारा चरित्र निर्धारित करती हैं.
  5. अपने चरित्र पर ध्यान दो. तुम्हारा चरित्र ही तुम्हारी नियति है.

Quora पर Victor Quintanilla के उत्तर का अनुवाद

Photo by Joshua Earle on Unsplash

There are 3 comments

  1. Pari Prajapati

    आज की युवा पीढ़ी को आवश्यकता हैं सभ्य संस्कारों की क्योंकि संस्कार अच्छे होंगे तो नयी पीढ़ी अच्छी आएगी और पीढ़ी सिर्फ कुल के वंश ही नहीं बल्कि देश का भी भविष्य होते हैं। आपने बहोत अच्छा सन्देश दिया हैं अपने लेख के द्वारा आज की पीढ़ियों को। आप अच्छा कार्य कर रहे हैं और आगे भी करते रहिये यही शुभकामनाएं है। मैं भी यही सन्देश अपने लेख से देती हूँ क्योंकि मैं आध्यात्मिक हूँ और चाहती हूँ की लोग भी अपने भीतर से जुड़े अध्यात्म से जुड़े। यदि आपको भी मेरा लेख पसंद आये तो वहा अपना सन्देश अवश्य छोड़ दीजियेगा। आपकी आभारी।

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