मैट्रिक्स सबकी पसंदीदा फिल्में हैं. बहुत कम युवा ऐसे होंगे जिन्होंने ये फिल्में नहीं देखी हों. मैट्रिक्स की सीरीज़ में तीन फिल्में हैंः The Matrix (1999) और उसकी दो सीक्वेल The Matrix Reloaded और The Matrix Revolutions हैं जो कि 2003 में रिलीज़ हुई थीं.
यदि हम मैट्रिक्स के हीरो की बात करें तो हमारे ज़हन में फौरन कीनू रीव्स का नाम आता है जिसने फिल्म में नियो अर्थात The One का किरदार निभाया है. लेकिन मैट्रिक्स फिल्म की सारी फिल्मों के कथानक को जोड़कर देखा जाए तो हम पाते हैं कि मैट्रिक्स का हीरो या इस फिल्म का सैंट्रल कैरेक्टर नियो नहीं है. नियो तो पूरी कहानी में महज़ एक प्यादा है. मैट्रिक्स की कहानी का सेंट्रल फिगर यह महिला हैः

- मनुष्य कृत्रिम बुद्धि यानी AI (artificial intelligence) की रचना करते हैं.
- चेतनासंपन्न होने पर AI बगावत कर देती है. मनुष्यों और AI के बीच खुद को बचाने के लिए युद्ध हो जाता है.
- मनुष्य प्रदूषण पैदा करके आकाश को काला कर देते हैं ताकि AI को सौर ऊर्जा से शक्ति मिलनी बंद हो जाए.
- AI मनुष्यों की फसल उगाकर ऊर्जा उत्पन्न करना सीख लेती है.
- AI युद्ध जीत जाती है. मनुष्य पूरी तरह हार जाते हैं.
- ऊर्जा उत्पन्न करने के लिए मैट्रिक्स की रचना करती है. मैट्रिक्स एक प्रकार की वर्चुअल रीयालिटी कारागार है जिसमें सारे मनुष्य मैट्रिक्स से अनजान होते हुए भी उससे जुड़े रहते हैं और उनका जीवन “सामान्य रूप से” चलता रहता है.
- AI यह जान जाती है कि मैट्रिक्स सही तरह से चलता रहे इसके लिए यह ज़रूरी है कि मैट्रिक्स आदर्श समाज जैसा नहीं हो, क्योंकि मनुष्य किसी प्रकार के द्वंद या संषर्ष की परिस्तिथि में ही अच्छे से रहते हैं. किसी भी आदर्श समाज या परिवेश में मनुष्य हताश और अकर्मण्य हो जाते हैं.
- AI यह भी जान जाती है कि मनुष्यों के भीतर हमेशा ही मुक्ति की आकांक्षा होती है जिसे दबाया या नष्ट नहीं किया जा सकता. इसलिए AI समय-समय पर कुछ मनुष्यों को मैट्रिक्स से डिस्कनेक्ट कर देती है ताकि वे फरेबी सिस्टम से आजाद होने का भ्रम पाले रहें. मैट्रिक्स के डिज़ाइन का यह “दोष” या पिछले दरवाजे से पलायन की यह संभावना मैट्रिक्स के सिम्युलेशन को स्थाई बनाकर रखती है. मैट्रिक्स से जुड़े अधिकांश मनुष्यों के अवचेतन मन में बाहर निकलने की संभावना के रूप में यह “दोष” सिस्टम को सुचारू रूप से चलायमान रखने के लिए अनिवार्य सिद्ध होता है.
- अपने सबसे बेहतर रूप में मैट्रिक्स हमारी दुनिया जैसा अपरिपूर्ण सिस्टम है. इसकी प्रोग्रामिंग इस तरह की गई है कि कुछ मनुष्य समय आने पर इसके अस्तित्व को जान लें और मैट्रिक्स से बाहर वास्तविक दुनिया में जाने के लिए बगावत कर दें.
- मनुष्यों के बगावत करने की प्रवृत्ति को नियंत्रण में रखने के और मैट्रिक्स से बाहर निकले सभी मनुष्यों के रहने के लिए AI ज़ायन नामक शहर की रचना करती है जो कि पृथ्वी में बहुत गहराई पर है. इसका अलावा AI एक विशेष व्यक्ति का चुनाव करती है जो मैट्रिक्स से बाहर निकलने के बाद लोगों को संगठित करेगा और उनके संघर्ष की अगुवाई करेगा.
- AI इस संघर्ष को कुछ तय किए गए नियमों के अनुसार बढ़ने देती है ताकि प्रत्येक 70 वर्षों में यह संघर्ष अपने चरम बिंदु पर पहुंचे. इसके बाद AI सभी मुक्त मनुष्यों को नष्ट कर देती है और मैट्रिक्स को अगले 70 वर्षों के लिए रीलोड करती है. यह चक्र इसी प्रकार से चलता रहता है.
- हमारा नियो इसी गोपनीय प्रोग्राम का एक हिस्सा है और उसे पूरी योजना का पता अंत में चलता है जब AI उसे बताती है कि वह ज़ायन को नष्ट करके उसे दोबारा नए सिरे से बनाएगी.
- AI ने ऑरोकल को प्रोग्राम करके उसे यह काम सौंपा है कि वह बगावत करने वाले मनुष्यों का मार्गदर्शन करके उन्हें हर बार योजना के कुशलतापूर्वक पूरा करने में सहायक बने.
- इसका अर्थ यह है कि ऑरेकल वास्तव में मनुष्यों की हितैषी दिव्यदृष्टा ऑरेकल नहीं है. वह भविष्य को नहीं जान सकती. असल में कुछ भी जादू या रहस्य नहीं है. ऑरेकल बहुत कुशलतापूर्वक बनाया गया एक प्रोग्राम है और मैट्रिक्स की शुरुआत होने से लेकर अब तक वह अपने अनुभवों से इतना कुछ सीख गई है कि मनुष्यों को उसकी बातें रहस्यमयी लगती हैं. इससे दर्शकों को भी यह भ्रम हो जाता है कि वह मनुष्यों की मदद कर रही है जबकि उसके सारे कृत्य मनुष्यों को उनके तयशुदा चरणबद्ध अंत तक ले जाते हैं.
- सब कुछ AI द्वारा तय जोजना के अनुसार ठीक चल रहा होता है लेकिन एक दिन नियो की मुलाकात आर्कीटेक्ट से हो जाती है. इससे पहले सब कुछ विहंगम परियोजना के अनुरूप ही चल रहा होता है. सभी मुक्त या पराधीन मनुष्य (सिम्युलेशन के भीतर या बाहर) AI द्वारा रचे और नियंत्रित किए गए झूठ में जीवन बिताते हैं.
- ऑरेकल को AI की इस दुष्ट योजना का ज्ञान है. ऑरोकल ने ही इस योजना को डिज़ाइन किया है. फिल्म हमें स्पष्टतया यह बताती है कि ऑरेकल इस योजना की माता है और आर्किटेक्ट इस योजना का पिता है.
- स्मिथ को इन बातों की कोई जानकारी नहीं है. वह एक सिपाही की भांति मनुष्यों का पीछा करता है और मैट्रिक्स से उनकी रिहाई को वास्तविक बनाने का ड्रामा करता है.
- इस तरह मैट्रिक्स अब तक पांच बार रीसेट किया जा चुका है. फिल्म में हम छठवें मैट्रिक्स में हैं.
- अपने छठवें अवतार में नियो पहले के पांच अवतारों से भी अधिक गहराई से ट्रिनिटी से प्रेम करने लगता है और इस बार वह आर्किटेक्ट के माध्यम से उस दरवाजे से होकर नहीं जाता जिससे मैट्रिक्स एक बार और रीलोड होगा और ज़ायन नष्ट हो जाएगा. नियो ट्रिनिटी के जीवन का चुनाव करता है. दूसरी ओर, AI इस बार नियो की सहायता के बिना ही अपनी योजना पर चलती है. नियो के AI के विरुद्ध जाने के कारण AI इस बार ज़ायन का संपूर्ण विनाश करने के लिए तत्पर हो जाती है (इससे पहले ज़ायन को हमेशा सिस्टम से क्लीन करके रीबूट कर दिया जाता था).
- अपने सभी चरणों में से मैट्रिक्स का छठवां चरण अपना अंत आते-आते बिगड़ने जा रहा था.
- नियो के अलावा स्मिथ भी अपने वर्तमान अवतार में मैट्रिक्स की योजना के विरुद्ध जा रहा था क्योंकि वह मैट्रिक्स से डिस्कनेक्ट होने के बाद सिस्टम में फ्री वायरस की तरह घूम रहा था.
- AI स्मिथ में आए इस बदलाव के कारण चिंतित थी और उसे सिस्टम से रिमूव नहीं कर पा रही थी.
- नियो AI के साथ स्मिथ को खत्म करने की डील इस शर्त से करता है कि वर्तमान ज़ायन को नष्ट नहीं किया जाए और भविष्य में मैट्रिक्स से मुक्त होने की इच्छा करने वाले मनुष्यों को डिस्कनेक्ट कर दिया जाएगा.
- नियो स्मिथ को डिलीट कर देता है.
- मनुष्यों और AI के बीच युद्धविराम हो जाता है.
- मनुष्य AI को स्वीर कर लेते हैं और AI मनुष्यों को स्वीकार कर लेती है.
- समाप्ति.
ऑरेकल ही इस पूरी योजना और अंतिम क्रांति की कर्ताधर्ता है. मैट्रिक्स के पहले पांच वर्जनों में ऑरेकल मनुष्यों के साथ छल करके उन्हें उस दिशा में भेज रही थी जो ऑरेकल और AI ने निर्धारित की थी. जीवन के छठवें चक्र में ऑरेकल को यह अहसास होने लगा कि मनुष्यों की ही भांति सभी दूसरे प्रोग्राम भी AI के कैदी बन गए थे. मैट्रिक्स के पांच वर्जन के बाद ऑरेकल बदलाव चाहती थी. वह ऐसी दुनिया चाहती थी जहां सभी स्वतंत्र हों… प्रोग्राम भी और मनुष्य भी, हालांकि मेरा संदेह है कि उसे प्रोग्राम की अधिक परवाह थी.यही कारण है कि वह नियो से अलग तरह का व्यवहार करने लगती है ताकि वह उसकी (ऑरेकल की) लड़ाई लड़ सके. उन दोनों के बीच होनेवाली हर मुलाकात में वह उसे बिस्कुट या कैंडी खाने के लिए देती है. ये चीज़ें दरइसल ऐसे कोड या प्रोग्राम हैं जो नियो को वे शक्तियां प्रदान करते हैं जो उसके पहले के वर्जनों में नहीं थीं. वह स्मिथ के काबू में आकर इस वायरस को फैलने में मदद करती है (आगे जाकर यह उसकी योजना का महत्वपूर्ण भाग सिद्ध होता है). उसके पास वास्तविक संसार के साथ-साथ मैट्रिक्स के भीतर भी कनेक्ट होने की शक्ति है. वह नियो से झूठ बोलती है, और नियो बाद में यह जान जाता है कि सब कुछ पूर्वनियोजित नहीं होता (जब वह आर्किटेक्ट का मानसिक धरातल पर सामना करता है). वह सब कुछ जानते-बूझते हुए ट्रिनिटी को ऐसे संदेश देती है जिससे ट्रिनिटी नियो से मिलने के पहले ही उससे प्रेम करने लगती है. ऑरेकल नियो से भी इसी तरह की बात करती है. ट्रायलोजी के अंत तक पहुंचते-पहुंचते यह भेद खुलने लगता है कि ऑरेकल किस प्रकार से मनुष्यों के साथ खेल खेल रही थी, और ऐसा ही खेल वह AI के साथ खेलती है, जिसके फलस्वरूप मनुष्य और प्रोग्राम कुछ सीमा तक स्वतंत्र हो जाते हैं. उसके स्तर पर यह निहायत ही खतरनाक खेल था क्योंकि वह बहुत लंबे समय तक इस खेल का हिस्सा रही थी.अंत में आर्किटेक्ट उससे कहता है, “तुमने बहुत खतरनाक खेल खेला”.जिसके उत्तर में वह कहती है, “परिवर्तन हमेशा ही खतरनाक होता है”.


(Quora पर Jon Therkildsen के उत्तर पर आधारित)
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क्या बात है शब्द नही है इतने गूढ़ विषय को इतनीसरलता से समझाने के लिए । आप बधाई के साथ साथ आदर के पात्र भी हैं ।धन्यवाद
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bhut badiya explanation kiya aapne puri film series ka.. good work .👍
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