लगभग छः अरब वर्ष पहले सौरमंडल नहीं था. सूर्य और ग्रहों का अस्तित्व भी नहीं था. सौरमंडल के स्थान पर एक सोलर नेबुला था. यह धूल और गैस का एक बादल था. यह बादल अपने आप एक दिशा में घूम रहा था. इससे बनने वाले सभी ग्रह भी उसी दिशा में घूम रहे हैं.
धूल और गैस से बना वह सोलर नेबुला धीरे-धीरे घना होता गया और इसके कई हिस्सों से सूर्य और ग्रहों का निर्माण हुआ. गुरुत्व के कारण इसमें कोणीय संवेग उत्पन्न हुआ, जिससे इसकी घूर्णन गति बढ़ गई और घूमते हुए बादल की एक डिस्क सी बन गई. यही कारण है कि इस डिस्क से बनने वाले सभी ग्रह लगभग एक ही तल पर एक ही दिशा में सूर्य की परिक्रमा कर रहे हैं.
इस बात को समझने के लिए सौरमंडल के निर्माण की प्रक्रिया के बारे में जानना ज़रूरी है. वैज्ञानिकों का यह मानना है कि ऊपर बताए अनुसार धूल और गैस के बहुत विशाल बादल से बनने वाले सोलर नेबुला से सूर्य और सारे ग्रह बने हैं. गुरुत्व के कारण यह नेबुला अपने आप में धंसने लगा और पदार्थ इसमें भंवर की तरह केंद्र की ओर गिरने लगा. भीतर गिरता हुआ पदार्थ केंद्र को सघन और गर्म करता गया लेकिन बादल का बाहरी किनारा ठंडा बना रहा.
बादल की डिस्क और अधिक पतली होती गई और पदार्थों के कण एक दूसरे से चिपककर पिंड बनाने लगे. ये पिंड एक-दूसरे से मिलकर और बड़े होते गए. इन्हीं पिंड़ों के एक-दूसरे से टकराने से ग्रह और उनके उपग्रह बने. बादल के केंद्र के निकट पृथ्वी जैसे चट्टानी ग्रह बने क्योंकि उनका पदार्थ सूर्य की गरमी को झेल सकता था. बादल के बाहरी किनारे ठंडे होने के कारण वहां बर्फीला पदार्थ जमा होने लगा, जिससे सौरमंडल के विशाल गैसीय ग्रहों का निर्माण हुआ. इस बीच बादल केंद्र की ओर और अधिक सघन और गर्म होता जा रहा था. जब दबाव और तापमान प्रचंड हो गया तो हाइड्रोजन संलयित होने से नाभिकीय प्रक्रिया शुरु हो गई और सूर्य का निर्माण हुआ. शेष बच गई बहुत सी गैस और धूल प्रबल सौर वायु के झोंकों से अंतरिक्ष में बह गई.
यदि हम सूर्य और ग्रहों के अपनी धुरी पर घूमने की बात करें तो यह इस बात पर निर्भर करता है कि हम किस दिशा को संदर्भस्रोत या रेफ़रेंस पॉइंट मानते हैं. सूर्य और लगभग सभी ग्रह अपनी धुरी पर घड़ी की सुइयों के विपरीत दिशा (counterclockwise direction) में घूम रहे हैं. केवल शुक्र और यूरेनस ग्रह अन्य ग्रहों की तुलना में विपरीत दिशा में अपनी धुरी पर घूमते हैं. (featured image)
Sabhi grah sury ki prikrma kis karn se krte hai
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