चलिए ऐसा करके देख ही लेते हैं. पानी का रासायनिक सूत्र तो आज जानते ही होंगे. H2O. इसमें हाइड्रोजन के दो और ऑक्सीजन का एक परमाणु होता है. यह ज़रूरी नहीं है कि हम इसमें किसी भी तत्व का परमाणु शामिल कर दें. कुछ तत्वों के परमाणु H2O से जुड़ सकते हैं लेकिन कुछ का जुड़ना असंभव है. तो हम उन तत्वों की बात करेंगे जो H2O से जुड़ सकते हैं. ये रहे हमारे तीन विकल्प:
- हाइड्रोजन (Hydrogen) (H3O) – यह अणु बहुत अस्थिर है. यदि यह एक इलेक्ट्रॉन छोड़ देगा तो हाइड्रोनियम (hydronium) बन जाएगा. यह आयन पानी में अम्लीयता (acidity) उत्पन्न कर देता है. पृथ्वी का पूरा जल ऑक्सीजन, नाइट्रोजन और लगभग हर चीज से प्रतिक्रिया करेगा. पृथ्वी बर्बाद हो जाएगी.
- ऑक्सीजन (Oxygen) (H2O2) – यह हाइड्रोजन पेरॉक्साइड (hydrogen peroxide) है. यह बहुत विषैला रसायन है जो हमारे शरीर के हर यौगिक जैसे प्रोटीन, DNA आदि से तीव्र प्रतिक्रिया करेगा और हमें मार देगा.
- कार्बन (Carbon) (H2CO) – यह फॉर्मेल्डिहाइड (formaldehyde) है. यह भी विषैला रसायन है. इससे कैंसर होता है और अन्य बहुत से रसायनों से प्रतिक्रिया करता है. ऑक्सीजन के संपर्क में आने पर इसमें विस्फ़ोट हो जाता है.
अब तक आप समझ ही गए होंगे कि पानी को एक और परमाणु देने के विचार के परिणाम भयानक होंगे. इसका कारण यह है कि पानी बहुत ही स्थिर यौगिक है. जब हम इसमें कोई दूसरा परमाणु जोड़ते हैं तो इसकी स्थिरता प्रभावित हो जाती है. फिर यह अपने आसपास के हर पदार्थ से प्रतिक्रिया करने लगता है. ऐसे प्रयोग न ही किए जाएं तो अच्छा होगा.
क्वोरा पर डेव कॉंसिग्लियो की पोस्ट (featured image)