कुछ दिन पहले (07 दिसंबर, 2017) गूगल ने महान वैज्ञानिक यान इंगेनहाउज़ (Jan Ingenhousz, 1730-1799) के जन्म की 287वीं वर्षगांठ पर डूडल बनाया था. आज बहुत से लोग उनके नाम और काम से अपरिचित हैं लेकिन जीव विज्ञान की प्रारंभिक कक्षाओं में ही हमने उनकी सबसे महत्वपूर्ण खोज का अध्ययन किया था.
इंगेनहाउज़ एक डच चिकित्सक थे. उन्होंने प्रकाश संश्लेषण (photosynthesis) की प्रक्रिया की खोज की थी. इस प्रक्रिया में पौधे प्रकाश की उपस्तिथि में ऊर्जा उत्पन्न करते हैं. पौधों में पाया जानेवाला क्लोरोफ़िल (chlorophyll) प्रकाश को सोख लेता है और इसकी सहायता से वायुमंडलीय कार्बन डाइ-ऑक्साइड और पानी को शर्करा में परिवर्तित करता है. इस शर्करा का उपयोग पौधे ऊर्जा का सृजन करने में करते हैं. इस पूरे चक्र में पौधे सह-उत्पाद (byproduct) के रूप में ऑक्सीजन उत्पन्न करते हैं.
इंगेनहाउज़ ने 16 वर्ष की उम्र में चिकित्साशास्त्र का अध्ययन प्रारंभ किया. उनकी रूचि टीकाकरण में थी. वे लंदन गए जहां उन्होंने चेचक के खतरे का सामना कर रहे सैंकड़ों ग्रामीणों का टीकाकरण किया. ऑस्ट्रिया की रानी मारिया थेरेसा ने जब उनकी इस उपलब्धि के बारे में सुना तो उन्हें वियना आमंत्रित करके पूरे हैसबर्ग राजपरिवार का टीकाकरण करवाया. उन दिनों टीकाकरण की विधि बहुत अजीब थी. इस विधि में रोगग्रस्त व्यक्ति के पस में डुबाई गई सुई स्वस्थ व्यक्ति को चुभाई जाती थी. लेकिन इंगेनहाउज़ ने राजपरिवार को इसके लिए राजी कर लिया और रानी ने उन्हें अपना निजी चिकित्सक नियुक्त कर दिया.
इंगेनहाउज़ से पहले अंग्रेज रसायनशास्त्री जोसेफ़ प्रीस्टली (Joseph Priestley) ने यह बताया था कि पौधे वायुमंडल से पहले ऑक्सीजन सोखते हैं फिर उसका उत्सर्जन करते हैं. प्रीस्टली से 1771 में मिलने के बाद इंगेनहाउज़ ने पौधों के शरीर क्रिया विज्ञान का गहराई से अध्ययन किया. उन्होंने देखा कि हरे पौधे सूर्य के प्रकाश में ऑक्सीजन के बुलबुले छोड़ते हैं लेकिन ये बुलबुले रात में नहीं निकलते. अंधेरे में पौधे कार्बन डाइ-ऑक्साइड का उत्सर्जन करने लगते हैं. इंगेनहाउज़ ने यह निष्कर्ष निकाला कि इन प्रक्रियाओं में सूर्य के प्रकाश की विशेष भूमिका थी. उन्होंने यह भी देखा कि पौधे कार्बन डाइ-ऑक्साइड की तुलना में अधिक ऑक्सीजन छोड़ रहे थे. इस प्रकार यह पहली बार देखा गया कि पेड़-पौधे हवा को शुद्ध करने का कार्य कर रहे थे. उन्होंने अपनी खोज को 1779 में छपवाया. इसका अध्ययन करके अनेक वैज्ञानिकों ने उनके कार्य को आगे बढ़ाया. प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया की खोज करने के अलावा इंगेनहाउज़ ने ऊर्जा के निर्माण व संरक्षण तथा कणों की गति का भी अध्ययन किया. (featured image, Chlorophyll Texture)