क्या आपने कभी इस बात पर विचार किया है कि अंतरिक्ष में किसी अंतरिक्ष यात्री की मृत्यु हो जाने पर उसके शरीर को किस प्रकार से सुरक्षित रखा जाएगा या उसकी अंत्येष्टि किस प्रकार से की जाएगी?
बहुत सी फिल्मों में मृत अंतरिक्ष यात्रियों के शरीर को ठिकाने लगाते दिखाया गया है. हाल ही में मैंने एलियनः कोवेनेंट फिल्म देखी थी जिसमें एक गुलेल जैसी मशीन के भीतर रखकर अंतरिक्ष यात्री के शव को यान से बहुत दूर गहरे काले अंतरिक्ष में उछाल दिया जाता है. ग्रेविटी फिल्म में शटल के नष्ट हो जाने पर भी बहुत से अंतरिक्ष यात्रियों के शव गुरुत्वहीनता में तैरते हुए दिखाए गए हैं.
लेकिन फिल्मों में जैसा दिखाया जाता है वैसा वास्तविक परिस्तियों में करने की सख्त मनाही है. संयुक्त राष्ट्र के एक चार्टर में अंतरिक्ष यात्रियों के शव को अंतरिक्ष में छोड़ने संबंधित नियम बहुत कठोर हैं और इसे संदूषण या “littering.” कहा गया है. इस बात की बहुत बड़ी संभावना है कि खुले अंतरिक्ष में यहां-वहां घूमता शव किसी अंतरिक्ष यान या उपग्रह से टकरा जाए. यह भी हो सकता है कि अंतरिक्ष यात्री का शव एलियंस या बाह्यअंतरिक्षीय जीवन के पास पहुंचकर उन्हें मनुष्यों के जीवाणुओं से संक्रमित कर दे, इस बात की संभावना शून्य के समान ही है लेकिन इसपर भी गंभीरता से विचार किया गया है.
इसके साथ ही यह भी ज़रूरी है कि शव को बहुत लंबे समय तक अंतरिक्ष यान में रखा जाए. इसके कई खतरनाक और विचित्र दुष्परिणाम हो सकते हैं. यह साथी अंतरिक्ष यात्रियों को मनोरोगी भी बना सकता है. यही कारण है कि नासा ने एक वैकल्पिक समाधान सुझाया है जिसे “Body Back” प्रोग्राम का नाम दिया गया है.
किसी भी प्रकार के संदूषण (contamination) का खतरा टालने के लिए शव को 24 घंटे के भीतर आइसोलेट या अलग-थलग करना बहुत ज़रूरी है. इस प्लान के अनुसार शव को एक खास तरीके के बने GoreTex बैग में सील कर दिया जाएगा जो ताबूत का काम करेगा.
इसके बाद अंत्येष्टि की क्रिया अंतरिक्ष यान के एक खास हिस्से में की जाएगी और यान इस समय पृथ्वी पर मौजूद मिशन-बेस के संपर्क में रहेगा.
इस GoreTex बैग को एयरलॉक से बाहर कर दिया जाएगा. लेकिन शव को यान से बाहर नहीं फेंका जाएगा. आगे जो होगा वह जानना बहुत रोचक है. शव को बाह्य अंतरिक्ष के निर्वात में कुछ समय के लिए रखा जाएगा जहां यह शून्य से भी बहुत कम तापमान में पूरी तरह से जम जाएगा.
फिर मन को विचलित कर देने वाली एक प्रक्रिया में रोबोटिक भुजाएं जमकर पत्थर जैसे हो चुके शव को कुचलकर रेत की तरह चूर-चूर कर देंगी.
शव के पाउडर को फिर एक चौकोर डिब्बे में सील पैक कर दिया जाएगा और यान के पृथ्वी पर लौटने के बाद यह डिब्बा मृतक अंतरिक्ष यात्री के परिजनों को सौंप दिया जाएगा ताकि वे अपने धार्मिक विश्वास के अनुसार उसकी अंतिम क्रिया कर सकें.