गोरिल्ला और शेर के बीच लड़ाई हो तो गोरिल्ला जीतेगा, लेकिन गोरिल्ला इसलिए नहीं जीतेगा क्योंकि वह शेर से अधिक बड़ा या शक्तिशाली होता है…
ऊपर गोरिल्ला की फोटो को ज़रा ध्यान से देखिए. फोटो में आपको गोरिल्ला के धड़ के ऊपर ऐसी कौन सी चीज़ नहीं दिख रही?
आपको गोरिल्ला के विशाल चौड़े कंधे, भारी सर और बड़े दांत दिख रहे हैं लेकिन आपको गोरिल्ला की गर्दन नहीं दिख रही. गोरिल्ला की गर्दन बहुत छोटी, ढंकी, और सुरक्षित रहती है. यह हमें दिखाई ही नहीं देती. शेर को किसी भी जानवर का शिकार करने के लिए या उसे मारने के लिए उसकी गर्दन पर वार करना बहुत ज़रूरी है. चूंकि गोरिल्ला की गर्दन दबोचना कठिन है इसलिए शेर गोरिल्ला को लड़ाई में हरा नहीं सकता.
किसी भी जानवर का शिकार करते वक्त शेर उसकी गले की नसों (धमनियों और शिराओं) को अपने चौड़े जबड़े में दबोच लेता है. इससे शिकार की सांस भी रुक जाती है और उसके दिमाग को खून की सप्लाई भी रुक जाती है. शिकार कुछ पलों में ही या तो मर जाता है या अचेत हो जाता है. शिकार करते वक्त शेर की रणनीति कुछ इस तरह की होती है जैसी नीचे फोटो में दिख रही है.
आप देख सकते हैं कि ऊपर फोटो में शिकार शेर को खुद से परे नहीं हटा सकता. शेर के अधिकांश शिकार जानवरों के हाथ नहीं होते लेकिन गोरिल्ला के हाथ होते हैं. शेर के पैरों के नाखून भी शिकार के वक्त उसके बहुत काम आते हैं हालांकि शेर आमतौर पर अपने नाखूनों से शिकार नहीं करता. वह अपने नाखूनों से शिकार को पकड़ लेता है और खुद को भी दूसरे शेरों के हमले से बचाता है. ध्यान देने वाली बात ये है कि नर शेरों के पिछले पैरों में नाखून नहीं होते.
शेर से लड़ाई के वक्त शेर गोरिल्ला के सर को दबोचने की कोशिश करता है और गोरिल्ला आमतौर पर उसे उठाकर पूरी ताकत से धरती पर पटक देता है. शेर गोरिल्ला के बड़े से सर को अपने जबड़े में नहीं दबोच सकता. यदि वह गोरिल्ला को जकड़ने में कामयाब हो भी जाए तो भी वह गोरिल्ला की स्टील जैसी मजबूत खोपड़ी को नहीं तोड़ सकता. इस बीच गोरिल्ला को शेर की पकड़ से खुद को बचाने के लिए पर्याप्त समय मिल जाता है. गोरिल्ला की हड्डियां बहुत कठोर और खाल बहुत मोटी होती है. गोरिल्ला के सामने शेर कमजोर साबित होता है. गोरिल्ला उसका पेट फाड़ सकता है या उसे पेड़ पर पटक कर मार सकता है. गोरिल्ला इतना ताकतवर होता है वह शेर के पंजे को उखाड़ सकता है और अपने एक मुक्के से शेर के सर का कचूमर बना सकता है. गोरिल्ला शेर की खाल को भी फाड़ सकता है और नर शेर के अंडकोशों को नोच कर अलग कर सकता है.
कुछ और जानवर भी हैं जो शेर को उठाकर पटक सकते हैं. जंगली भैंसा जैसे गौर आदि भी शेर को मार सकते हैं. यही कारण है कि शेर झुंड में शिकार करना पसंद करते हैं.
शेर और गोरिल्ला की तो कोई तुलना ही नहीं है. गोरिल्ला की कमजोरियां बहुत ढंकी-छुपी होती हैं. गोरिल्ला की लंबी भुजाएं उसे शेर से बचने में सहायक होती हैं. मौका मिलने पर वह शेर के जबड़े को अलग कर सकता है. वह शेर के पैरों पर प्रहार करके उसे पंगु बना सकता है. और आपने गोरिल्ला के भयानक दांत देखे? गोरिल्ला पेडों की कठोर टहनियों को चबा सकते हैं और उनके दांत बहुत बड़े और नुकीले होते हैं. (featured image)