न्यूट्रॉन तारे (neutron star) किस पदार्थ के बने होते हैं? क्या उन्हें बनाने वाले पदार्थ वही भौतिक तत्व होते हैं जिनसे अन्य तारे बनते हैं?
किसी भी न्यूट्रॉन तारे की आंतरिक संरचना के बारे में यह कहा जाता है कि वे न्यूट्रोनियम फ़्लुइड (neutronium fluid) से बने होते हैं, हालांकि इस न्यूट्रोनियम फ़्लुइड की संरचना गहराई और विघटित पदार्थ पर निर्भर करती है. यह विघटित पदार्थ आयनीकृत नाभिक भी हो सकता है और इलेक्ट्रॉन भी. गहराई बढ़ने के साथ-साथ न्यूट्रॉन-प्रोटॉन का अनुपात बढ़ता जाता है और तारे में विघटित न्यूट्रॉन, प्रोटॉन और इलेक्ट्रॉन का सुपरफ़्लुइड जैसा पदार्थ बन जाता है. तारे के सबसे गहन भाग में क्वार्क-ग्लुऑन प्लाज़्मा जैसा कोई विचित्र पदार्थ भी बन सकता है.
लेकिन हम इन्हें हाइड्रोजन या हीलियम जैसा कोई तत्व नहीं कह सकते. ये उस प्रकार के पदार्थ हैं जो ताप और दाब के चरम पर उस समय बनते हैं जब नाभिक के भीतर प्रोटॉन और न्यूट्रॉन को बांधे रखनेवाले बल टूट जाते हैं और हमें इन कणों से बना हुआ संरचनाविहीन “सूप” जैसा कुछ मिलता है जिसे पदार्थ नहीं कहा जा सकता.
साइंस-फ़िक्शन में कुछ अजीबोगरीब चीजें दिखाई जाती हैं जो सैद्धांतिक रूप से संभव नहीं हैं. हम किसी भी न्यूट्रॉन तारे का एक टुकड़ा पृथ्वी पर नहीं ला सकते. न्यूट्रॉन तारे का जो भी पदार्थ होता है वह तारे के ही गुरुत्व के कारण बना होता है. तारे के असीम दबाव से उसे बाहर निकालते ही वह परमाणु बम की तरह फट जाएगा. यह कोई मजाक नहीं है. उस पदार्थ की ऊर्जा की सघनता किसी थर्मोन्यूक्लियर बम जितनी होगी इसलिए उसका बहुत छोटा अंश भी बहुत विशाल विस्फोट करेगा. और ऐसा उच्च तापमान के कारण नहीं होता. यह विस्फोट तब भी होगा यदि न्यूट्रॉन तारे का वह टुकड़ा किसी बहुत ही पुराने न्यूट्रॉन तारे का भाग हो जिसकी उम्र हमारे ब्रह्मांड की उम्र जितनी ही हो. उतना पुराना न्यूट्रॉन तारा हमारे कमरे के औसत तापमान जितना ठंडा हो चुका होगा लेकिन उसका दबाव फिर भी अत्यधिक होगा. (image credit)