हम लोगों में से बहुतो को यह लगता है कि दूसरे तारामंडलों में नए ग्रहों को खोजने की क्या ज़रूरत है यदि हम प्रकाश की गति से भी उन तक कुछ वर्षों में नहीं पहुंच सकते? अभी हाल ही में हमने पृथ्वी जैसे 7 ग्रह खोजे हैं जो हमसे 39 प्रकाश वर्ष दूर हैं जबकि हमारा सबसे दूर पहुंचनेवाला अंतरिक्ष यान अभी सिर्फ प्लूटो के ही पार निकला है.
वॉयेजर 1 (Voyager 1) हमारा सबसे पुराना अंतरिक्ष यान है जो पृथ्वी से सबसे अधिक दूर जा चुका है और अभी भी काम कर रहा है. इसने प्लूटो के परिक्रमा पथ को लगभग 30 वर्ष पहले पार किया था. इस समय यह सूर्य से प्लूटो की दूरी के तीन गुने से भी अधिक दूरी पर है. प्लूटो के पास से हाल ही में गुजरनेवाले अंतरिक्ष यान का नाम न्यू होराइजंस है और यह हमारा नवीनतम अंतरिक्ष अनुसंधान यान है. इसकी गति अन्य सभी अंतरिक्ष यानों में सर्वाधिक है और इसे अभी बहुत-बहुत आगे की यात्रा करनी है. ऊपर दिए गए फोटो में इसे प्लूटो के पास से गुज़रता दिखाया गया है. ये सारे फोटो आर्टिस्ट लोगों की क्रिएशन होती हैं और इन्हें सच नहीं मान लेना चाहिए.
बहरहाल, हमारी बात का मूल बिंदु यह है कि हमें नए-नए ग्रहों की खोज करने की क्या ज़रूरत है? यह सच है कि हम इन ग्रहों तक नहीं पहुंच सकते पर इसका अर्थ यह नहीं है कि हम इनका अध्ययन नहीं कर सकते. ये ग्रह हमसे इतनी अधिक दूर हैं कि हम वर्तमान में उपलब्ध किसी भी तकनीक द्वारा इनके फोटो वगैरह नहीं ले सकते पर हमें इनसे या इनके माध्यम से आनेवाले प्रकाश के स्पेक्ट्रम के अध्ययन से बहुत सारी जानकारियां मिलती हैं. इन जानकारियों से यह पता नहीं चलता कि उन ग्रहों पर जीवन की संभावना कितनी है लेकिन क्या पता भविष्य में हमें कुछ ऐसे उपाय मिल जाएं जिनसे इन बातों के बारे में अधिक सटीकता से कहा जा सके. हम इतनी दूरी से ही उनके बारे में जो जानकारियां जुटा सकते हैं उनसे हमारी भावी पीढ़ियों को उन तक पहुंचने की योजना बनाने में बड़ी मदद मिलेगी.
दूसरे ग्रहों का अध्ययन करने से हमें अपने ग्रह को समझने में मदद मिलती है. यह सच है कि हम अभी भी पृथ्वी की भूगर्भीय संरचना के बारे में बहुत अधिक नहीं जानते. हम यह जान गए हैं कि किस प्रकार के ग्रह हमारे लिए उपयोगी हो सकते हैं. हमें अपने सूर्य और उसके भविष्य के बारे में जानकारी है. हम इसकी भी आशा कर सकते हैं कि भविष्य में कोई ट्रेपिस्ट स्टार सिस्टम तक पहुंचने के लिए कोई अद्भुत प्लान लेकर आएगा. हम इन ग्रहों का अध्ययन इसलिए करते हैं कि हम ऐसा कर सकते हैं और हमारे पास यह करने की क्षमता है. दुनिया में बहुत सी रिसर्च उससे होने वाले लाभ के लिए ही नहीं की जाती. हम यह जानना चाहते हैं कि हम पृथ्वी पर कब और कैसे आए और पृथ्वी पर हमारा घर कब तक रहेगा. इस प्रकार के अंतहीन प्रश्न हो सकते हैं. (image credit)