इस प्रश्न का उत्तर मैं ‘हां’ और ‘ना’, दोनों में ही दूंगा.
हां. हमें एलियंस का भय होना चाहिए क्योंकि यदि वे पृथ्वी पर कभी आए तो निश्चित ही वे सभ्यता, बुद्धि और तकनीक में हमसे कहीं बढ़कर होंगे क्योंकि उनके पास अंतरिक्ष की विशाल दूरियों को पार करने के साधन होंगे. वे उनके जैसी ही विकसित प्रजातियों की खोज में होंगे और हमें बहुत पिछड़ा देखकर उन्हें अफ़सोस होगा. शायद उनकी नज़र में हमारा कोई महत्व न हो.
इसके अलावा यह भी हो सकता है कि वे हमसे संपर्क साधने के बहुत पहले से ही हमारा अवलोकन कर रहे हों. वे शायद हमें उसी तरह ट्रीट करेंगे जिस तरह मनुष्य स्वयं से निचले दर्जे की प्रजातियों को ट्रीट करता है.
अंतरिक्ष में रहने के लिए उपयुक्त ग्रह, पानी तथा अन्य संसाधनों की आवश्यकता भी एलियंस के आने का महत्वपूर्ण कारण हो सकते हैं. हो सकता है कि वे बलपूर्वक हमसे सब कुछ छीन लें. हो सकता है कि वे भावशून्य हों और हमारे अनुनय-विनय को समझ ही न पाएं.
मुझे लगता है कि एलियंस हमसे संपर्क तभी करेंगे जब वे दूर से ही हमारा अवलोकन भली-प्रकार से कर चुके हों. वे जानते होंगे कि हम एक मूर्ख प्रजाति हैं जो अपने से निचली प्रजातियों को अपना भोजन बनाती है, पर्यावरण को नुकसान पहुंचाती है, अनेक आधारों पर एक-दूसरे से वैमनस्य रखती है, यहां तक कि नाभिकीय हथियारों आदि का प्रयोग करके अपने ही अस्तित्व को समाप्त कर सकती है. यदि हमने पृथ्वी को ही नष्ट कर दिया तो एलियंस के लिए भी यह किसी काम की नहीं रहेगी. पृथ्वी जैसे जीवन-संरक्षक ग्रह वाकई दुर्लभ हैं.
इन सब बातों को सोचकर मुझे भय कम और चिंता अधिक होती है.
नहीं. हमें एलियंस का भय नहीं होना चाहिए. अंतरिक्ष में हर प्रजाति अपनी सीमा में रहती है और किसी भी बुद्धिमान प्रजाति को अपनी सीमाएं नहीं लांघनी चाहिए, और तकनीक भी एक सीमा तक ही किसी की सहायता कर सकती है.
मैं मानता हूं कि एलियंस का अस्तित्व है परंतु वे भी भौतिकी की सीमाओं से बंधे हैं और हमारी तरह ही वे भी अपने ग्रह या सौरमंडल से बाहर आसानी से नहीं जा सकते. इसके साथ ही यह बहुत हद तक संभव है कि एलियंस के लिए पृथ्वी का पर्यावरण मनुष्यों तथा अन्य प्रजातियों के जितना अनुकूल नहीं होगा. यदि यह उनके लिए प्रतिकूल हुआ तो वे हमसे कुछ मामलों में कमज़ोर पड़ जाएंगे. वे हॉलीवुड की फिल्मों की तरह कई-कई किलोमीटर लंबे-चौड़े अंतरिक्ष यानों में हजारों की संख्या में आते ही यहां मारकाट नहीं मचाने लगेंगे. (image credit)