हमारे सौरमंडल में ऐसे लाखों ऑब्जेक्ट्स हैं जिनके बारे में हम नहीं जानते या जिन्हें हमने अभी तक नहीं देखा है लेकिन यदि हम पूरे सौरमंडल के अज्ञात-अनदेखे क्षेत्रों की बात करें तो सौरमंडल में ऐसे कई स्थान हैं जिनके बारे में हमें ज्यादा जानकारी नहीं हैः
ऊर्ट क्लाउड (The Oort cloud) – सूर्य से लगभग 1 प्रकाश वर्ष की दूरी पर यह सौरमंडल का सबसे बाहरी क्षेत्र है. हमें दिखनेवाले अधिकांश धूमकेतु इसी क्षेत्र से आते हैं. उन धूमकेतुओं के परिक्रमा पथ के आधार पर हम इस क्षेत्र की मौजूदगी के बारे में सुनिश्चित हैं लेकिन हमने अभी तक इसे प्रत्यक्ष रूप से नहीं देखा है.
आंतरिक ऊर्ट क्लाउड (The inner Oort cloud) – यह रहस्यमय क्षेत्र ऊर्ट क्लाउड और कुइपर बेल्ट के बीच है. यहां 2015 में 90377 सेडना (Sedna) नामक एक लघु ग्रह की खोज हुई जो कि सूर्य से 86 AU की दूरी पर है. यह दूरी सूर्य से नेपच्यून की दूरी की तीन गुनी है. स्पेक्ट्रोस्कोपी (Spectroscopy) से यह पता चला है कि सेडना की सतह की संरचना नेपच्यून के परे स्थित पिंडों जैसे ही जिसमें मुख्यतः पानी, मीथेन, नाइट्रोजन हिम और थोलिन्स (Tholins). थोलिन्स मीथेन या एथेन की तरह के सरल ऑर्गेनिक यौगिक होते हैं जो सौर अल्ट्रावायलेट विकिरण की उपस्थिति में नाइट्रोजन के सहयोग से बनते हैं. सेडना सौरमंडल के उन पिंडों में से एक है जिसकी सतह सबसे लाल है. यह संभवतः एक क्षुद्रग्रह है. आंतरिक ऊर्ट क्लाउड के बारे में हम यह नहीं जानते कि यह कैसे बना और वहां और क्या है. बहुत संभव है कि वहां कोई ऐसा ग्रह हो जिसकी खोज की जाना बाकी हो. हो सकता है वही Planet Nine हो.
कुइपर बेल्ट (Kuiper belt) – हम कुइपर बेल्ट में स्थित ऑब्जेक्ट्स को पृथ्वी से देख सकते हैं लेकिन वे बहुत छोटे और धुंधले हैं. जनवरी 2019 में न्यू होराइज़न स्पेसक्राफ़्ट (New Horizons spacecraft) कुइपर बेल्ट के ऑब्जेक्ट 2014 MU69 तक पहुंचेगा और हमें उस क्षेत्र की नई जानकारियां भेजेगा. इसे 19 जनवरी 2006 को छोड़ा गया था. 1 जनवरी, 2019 को यह पृथ्वी से 43.4 AU की दूरी पर होगा.
नेप्च्यून और बृहस्पति के मध्य के ट्रॉयन क्षुद्रग्रह (Neptune and Jupiter trojan asteroids) – ये छद्म क्षुद्रग्रह पृथ्वी से देखे जा सकते हैं पर इनके बारे में विस्तृत जानकारी जुटाना कठिन है. लूसी (Lucy) नामक अंतरिक्ष यान बृहस्पति के समीप स्थित कई छद्म क्षुद्रग्रहों तक 2020 में पहुंचेगा. बृहस्पति और यूरेनस के बीच सैंटॉर्स (The Centaurs) नामक कई ऑब्जेक्ट्स हैं जिनके बारे में भी बहुत कम जानकारी है.
अंत में हम एक और महत्वपूर्ण क्षेत्र की बात करते हैं जो पृथ्वी की कक्षा के समीप है. हमें ऐसे कई Near-Earth ऑब्जेक्ट्स की जानकारी है जो पृथ्वी के परिक्रमा पथ को काटते हैं लेकिन हमें उन ऑब्जेक्ट्स के बारे में पता नहीं है जो सूर्य और पृथ्वी की कक्षा के बीच घूम रहे हैं. ये ऑब्जेक्ट्स पृथ्वी से लेकर बुध ग्रह तक मिल सकते हैं. ये तथाकथित एपोहील क्षुद्रग्रह (Apohele asteroids) कठिनाई से दिखते हैं क्योंकि ये सूर्य के अधिक निकट हैं. इन्हें स्पेस टेलीस्कोप से ही देखना संभव है. पृथ्वी के वायुमंडल के कारण इन्हें भूमि पर स्थित वेधशालाओं से देखना बहुत कठिन है.
यह लिस्ट कंप्लीट नहीं है. यदि आप इसमें कुछ जोड़ना चाहते हैं तो आपका स्वागत है. (image credit)