अंतरिक्ष में आवारा ग्रह भी हैं जो किसी तारे की परिक्रमा नहीं करते
आवारा ग्रह वे ग्रह (या ग्रहों के आकार के पिंड) हैं जो आकाशगंगा के केंद्र की परिक्रमा स्वतंत्र रूप से करते हैं. वे किसी तारे के गुरुत्व से बंधे नहीं होते. वे या तो अपने पैतृक तारे के गुरुत्व से छिटक जाते हैं या उनका निर्माण स्वतः हो जाता है. ये आवारा ग्रह अंतरिक्ष में तारों के बीच की विशाल दूरियां पार करते रहते हैं और कभी-कभी किसी तारे की कक्षा में स्थापित होकर उकी परिक्रमा करने लगते हैं या किसी अन्य ग्रह से टकरा जाते हैं. ग्रीक भाषा में प्लेनेट्स का अर्थ ‘यात्री’ होता है और वे अपने नाम को चरितार्थ करते हैं.
अंतरिक्ष में ध्वनि भी होती है… लेकिन केवल कभी-कभी ही
ऐसा कहा जाता है कि अंतरिक्ष में ध्वनि नहीं होती. ध्वनि की तरंगों को गति करने के लिए वायु, जल, या ठोस पदार्थ जैसे माध्यम की आवश्यकता होती है जिसमें से होकर वे चल सकें. यदि अंतिरिक्ष में दो लोग साथ हों तो वे एक दूसरे की बात को नहीं सुन सकते.
लेकिन एक दशा ऐसी है जिसमें ध्वनि तरंगें अंतरिक्ष से होकर यात्रा कर सकती हैं. किसी नोवा या सुपरनोवा के विस्फोट में ऐसा संभव है. इस विस्फोट में ध्वनि की तरंगें धमाके में छिटके हुए पदार्थ में गति करते हुए यात्रा करती हैं. यह स्पष्ट है कि ऐसे विस्फोट में ध्वनि अंतरिक्ष में नहीं बल्कि धमाके में फैले मलबे में चल रही है.
यदि आप किसी सुपरनोवा विस्फोट से बच सकें तो विस्फोट के समय आपको तारे के चूर-चूर होने की आवाज़ साफ सुनाई देगी. (image credit)