अंतरिक्ष में मनुष्यों के शरीर पर पड़नेवाले विविध प्रकार के प्रभावों के बारे में हम बहुत सारी जानकारी जुटा चुके हैं. भारहीनता तथा अंतरिक्ष की अन्य परिस्तिथियों के आधार पर यह कहा जा सकता है कि वहां किसी गर्भवती स्त्री को संतान को जन्म देने में कोई गंभीर समस्या नहीं उत्पन्न होनी चाहिए, फिर भी अभी तक अंतरिक्ष में किसी स्त्री ने बच्चे को जन्म नहीं दिया है.
इसका एकमात्र कारण यह है कि हम किसी प्रकार का खतरा मोल नहीं ले सकते.
अंतरिक्ष में शून्य गुरुत्व के कारण किसी बच्चे का शरीर विकृत हो जाए या उसकी जान को खतरा हो जाए तो बहुत बड़ी नैतिक समस्या खड़ी हो जाएगी. यह बहुत बड़ा विवाद होगा. विश्व में शायद ही ऐसे लोग होंगे जो हर प्रकार का खतरा उठाकर भी अंतरिक्ष में बच्चे के जन्म लेने की सहमति देंगे.
अंतरिक्ष में यदि किसी गर्भवती स्त्री को गंभीर शारीरिक समस्या हो जाए तो भी बहुत से रूढ़िवादी लोग और समूह गर्भपात को अनुचित कहेंगे. एक वैज्ञानिक परीक्षण के नाम पर शारीरिक विकृति या डिसेबिलिटी के साथ पैदा होने वाले शिशु के प्रति सभी की सहानुभूति होगी. इस योजना में किसी भी प्रकार का विघ्न पड़ने पर नासा या अन्य किसी स्पेस एजेंसी की कटु आलोचना होगी.
और यदि इस योजना में सब कुछ 100% सही हो भी जाए तो भी एक बड़ा नैतिक प्रश्न खड़ा हो जाएगाः क्या किसी परीक्षण के नाम पर एक बच्चे को जन्म देना सही होगा?
एक पल के लिए मान लें कि आप ही वह शिशु होते. बड़ा होने पर जब आपको पता लगता कि आपका जन्म केवल इसीलिए हुआ था कि नासा यह देखना चाहती थी कि क्या होगा तो आपको कैसा लगता? यह कोई प्रिय विचार नहीं है.
मुझे लगता है कि एक-न-एक दिन तो मनुष्यों को अंतरिक्ष में बच्चों को जन्म देना ही होगा लेकिन यह सब जितना स्वाभाविक और सामान्य हो उतना ही अच्छा होगा. (image credit)