मेरी फ़ोटोग्राफी कुछ खास नहीं है.
मैं फ़ोटो लेता हूं और वो मुझे बिल्कुल ही बेकार-सी लगती है. जैसे कि उसमें जान ही न हो. मैं सोचता हूं काश मैं इससे बेहतर फ़ोटो ले पाता.
चेस जार्विस शानदार फ़ोटोग्राफ़र है और उसे बहुत से अवार्ड मिले हैं. मैं उससे मिलकर बात करना चाहता था.
मैंने उससे झूठ बोला. उसने मुझसे कहा कि वह उसकी वेबसाइट के फीचर चेस जार्विस लाइव के लिए मेरा इंटरव्यू लेना चाहता है – उसने अपनी वेबसाइट पर सैंकड़ों फ़ोटोग्राफ़रों के इंटरव्यू लिए हैं. मैंने ‘हां’ कर दी लेकिन मेरा उद्देश्य कुछ और ही था.
मुझे इंटरव्यू देना पसंद नहीं है. मुझे इसमें थोड़ी झिझक होती है. मुझे नहीं लगता कि मैं किसी को कुछ सिखा सकता हूं. मैं इतनी दफ़ा गिर चुका हूं कि खुद को टूटा-टूटा सा फ़ील करता हूं.
लेकिन मुझे उससे कोई परेशानी नहीं है. इस वक्त मैं उस सबके बारे में बात नहीं करना चाहता.
मैं इंटरव्यू देने गया. वहां लाइट्स, कैमरा, एक्शन… सब था. बातों का सिलसिला शुरु करने के लिए चेस ने मुझसे पूछा, “आप कौन हैं?”.
मैंने बात पलट दी. मैंने कहा, “सबसे पहले तो मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि… आप यहां एक घंटे के भीतर मुझे ऐसा क्या बता सकते हो कि बाहर निकलने पर मैं अपनी आज तक की सबसे अच्छी फ़ोटो खींच सकूं?”
वह हंस दिया. मैं वहां किसी सवाल का उत्तर देने के लिए नहीं बल्कि उससे सवाल करने के लिए गया था.
यदि मैं सुनूंगा नहीं तो मैं सीख नहीं सकूंगा. यदि मैं बोलता रहूंगा तो मैं सुन नहीं सकूंगा. यदि मैं उत्तर देता रहूंगा तो मैं प्रश्न नहीं कर सकूंगा.
“सबसे पहले तो तुम यह पता लगाओ कि तुम कैसी फ़ोटो खींचना चाहते हो… तुम्हें किस तरह की फ़ोटो पसंद हैं – लोगों की, बिल्डिंग्स की, नेचर की, वगैरह-वगैरह…”.
इसने सवाल ने मेरा काम आसान कर दिया.
“उदास लोग,” मैंने कहा.
“ओके. बाहर सड़क पर निकलो. किसी ऐसे शख्स को ढूंढो जिससे तुम फ़ोटो लेने के पहले किसी तरह का कनेक्ट स्थापित कर सकते हो. कोशिश करो कि तुम उसके ज्यादा-से-ज्यादा करीब रहो..”
“मैं किसी अजनबी के कितने करीब जा सकता हूं… क्या ये अटपटा नहीं लगेगा?”
“ऐसे में तुम एक काम करो. बस उनके करीब जाकर बात करो. कुछ ऐसी बात करो… जैसे कि हाल ही में ‘मैं’ एक बहुत बड़े सदमे से गुज़रा हूं. जब मैंने आपको देखा तो मुझे एक अजीब सी फ़ीलिंग हुई जिसे शायद आप समझ सकते हों, और मैं आपकी एक फ़ोटो लेना चाहता हूं.’ “
मैंने किसी से भी कभी इस तरह बात करने के बारे में नहीं सोचा था. मुझे लगता था कि चुपके से उनकी फ़ोटो खींच लेना ही सही रहेगा.
“क्या वे किसी पोज़ में नहीं आ जाएंगे?”
“नहीं, तुम उनसे कनेक्ट कर रहे हो. ये किसी व्यक्ति से कोई किस्सा शेयर करने जैसा है. वे तुमसे कुछ जुड़ाव-सा महसूस करेंगे. तुम्हें दस सेकंड में किसी से भी कनेक्ट स्थापित करने का हुनर विकसित करना पडेगा.”
ये बात तकनीकी जानकारी होने से भी अधिक ज़रूरी है. आपका कैमरा कैसा है उससे कोई खास फ़र्क नहीं पड़ता. किसी से भी कनेक्ट कर पाने की कला फ़ोटो में मौजूद लाइट, एंगल और कंपोज़ीशन जैसे डीटेल्स से भी अधिक महत्वपूर्ण है.
दो व्यक्तियों के बीच मौजूद कनेक्शन कला का सृजन कर सकता है. बाकी सब बेमानी है. मुझे ये बात भा गई.
कभी-कभी लोग मुझसे पूछते हैं, “आप किस सॉफ्टवेयर पर लिखते हो?” मैं तो बस फेसबुक पर स्टेटस अपडेट करता हूं लेकिन यह सुनिश्चित करता हूं कि मेरे पास कहने के लिए कोई बात हो. कोई बेहतर बात.
बातचीत खत्म हो जाने के बाद मैं बाहर निकल गया और मुझे एक औरत दिखी. मुझे वह इंट्रेस्टिंग लगी.
मैंने उससे पूछा कि वह कहां से है. उसने कहा मैक्सिको. मैंने पूछा कि अमरिका में एक बाहरी व्यक्ति होने के नाते वह डोनाल्ड ट्रंप के बारे में क्या सोचती है.
उसने कहा कि वह डोनाल्ड ट्रंप को पसंद करती है.
मैंने कहा, तुम शायद इकलौती मैक्सिकन होगी जो डोनाल्ड ट्रंप समर्थक है.
उसने कहा, सब एक जैसे हैं. मैं इस एक जैसे होने से उकता गई हूं. हो सकता है वह कुछ अलग करे. बदलाव बहुत ज़रूरी है.
हर बदलाव एक-सा नहीं होता, लेकिन मैंने कुछ कहा नहीं.
मैंने उससे अपना टैटू दिखाने के लिए कहा.
उसने अपनी बांह पर हाथी का टैटू बनवाया हुआ था. मुझे वह दिखलाने के लिए उसने अपनी आस्तीन ऊपर चढ़ाई. उसने मुझे बताया कि उसने और उसके पति ने बड़ा मुश्किल दौर देखा है.
मैंने पूछा, क्या मैं तुम्हारी फ़ोटो ले सकता हूं.
उसने कहा, हां.
तो मैंने उसकी फ़ोटो ली.
फ़ोटो बहुत अच्छी नहीं थी, लेकिन एक कनेक्ट स्थापित करके फ़ोटो लेने का वह मेरा पहला प्रयास था.
मैं इसे आज फिर से ट्राई करूंगा. कल भी. परसों भी. यदि मैं और बेहतर न भी हो पाऊं तो भी इसमें मजा बहुत आएगा. ज़िंदगी में ऐसे मनबहलाव से बेहतर और कुछ है क्या?
किसी भी कलाकृति की रचना करने की सबसे पहली स्टेप है कनेक्ट स्थापित करना. हर बिजनेस कनेक्ट पर निर्भर है.
जब मुझे ओरीजिनल आईपॉड ट्राइ करने को मिला तो मैंने उसपर वह संगीत सुना जो मैं बचपन में सबसे ज्यादा पसंद करता था. उस दिन मेरे चेहरे से मुस्कान एक पल के लिए नहीं उतरी.
उस आईपॉड के ज़रिए स्टीव जॉब्स ने मुझसे किसी तरह कनेक्ट स्थापित किया.
मैं अपनी प्रिय कहानियों की किताब 300 बार से भी ज्यादा बार पढ़ चुका हूं. हर बार पढ़ते वक्त मैं उसके प्यार में डूबता जाता हूं. उन कहानियों के किरदार कितने जुदा हैं लेकिन टुकड़ा-टुकड़ा करके वे एक-दूसरे से कनेक्ट करते जाते हैं, एक-दूसरे की ज़िंदगी में घुलते-मिलते जाते हैं. मैं वह बात खूब समझ पाता हूं.
यदि मुझे अपना कोई आइडिया किसी को बेचना हो, किसी को कन्विंस करना हो, यदि मैं चाहूं कि कोई मुझे पसंद करे, तो मुझे यह पता लगाना होगा कि मैं कनेक्ट कैसे करूं.
किसी से भी कहीं भी कनेक्ट कर सकने की कुशलता सरवाइवल और सक्सेस के लिए एकमात्र हुनर है.
मैं खुश हूं कि चेस ने मुझे यह बात बताई. मेरे अहंकारी मन को लगता है कि उसने भी मुझसे कुछ सीखा है लेकिन मैं यकीन से नहीं कह सकता.
मैं आपको अपने खींचे फ़ोटो नहीं दिखाऊंगा. मैं थोड़ा झेंपता हूं. लेकिन मैं आपको अपना एक फ़ेवरिट फ़ोटो दिखाना चाहूंगा. मेरे फ़ेवरिट फ़ोटो हर दिन बदलते रहते हैं. लेकिन ये आज का फ़ेवरिट फ़ोटो है. यह भय के बारे में है.
यह पोस्ट. यह फ़ोटो. आप. मैं. मुझे आशा है कि हम इन सबको जोड़ सकते हैं. मैं उम्मीद करता हूं कि हम कनेक्ट कर सकते हैं.
“सभी मुझसे पूछते हैं कि मैं कौन सा कैमरा यूज़ करता हूं,” चेस ने कहा, “लेकिन स्टोरीटेलिंग की बात कुछ और ही है”.
Photo by Jake Melara on Unsplash
So Great article. It touched my heart. Sir apne bilkul point wali baat kahi hai. Jab tak kisi chiz se pyar na ho aap usme success nahi paa sakte.
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You’re right, Sandeep. Thanx for your comment.
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क्या हम किसी से बिना कुछ बोले भी कनेक्ट कर सकते हैं
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ये हो सकता है. भाषा एक माध्यम है, यह बंधन नहीं हो सकती.
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James Altucher is an interesting personality
Everybody can relate with altucher’s articles/ stories /narrative.
Nice article and translation sir
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Thanx, Arvind. This I believe is an average post. I’ve recently discovered his blog and hope to read more of his better posts.
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