एक लड़का और लड़की साथ में खेल रहे थे. लड़के के पास बहुत सुंदर कंचे थे. लड़की के पास कुछ टॉफियां थीं.
लड़के ने लड़की से कहा कि वह टॉफियों के बदले में अपने सारे कंचे लड़की को दे देगा. लड़की मान गई.
लेकिन लड़के ने चुपके से सबसे खूबसूरत दो-तीन कंचे दबा लिए और बाकी कंचे लड़की को दे दिए. बदले में लड़की ने अपनी सारी टॉफियां लड़के को दे दीं.
उस रात लड़की कंचों को निहारते हुए खुशी से सोई. लेकिन लड़का इसी सोच में डूबा रहा कि कहीं लड़की ने भी चालाकी करके उससे कुछ टॉफियां तो नहीं छुपा लीं! Image credit
गज़ब है यह मन भी ….
खुबसूरत कहानी! आभार.
पसंद करेंपसंद करें
it is excellent post. and there is lot of thing to learn.
पसंद करेंपसंद करें
” जा की रही भावना जैसी” .. और वैसी भी पुरुष का समर्पण स्त्री के समर्पण की तुलना में पीछे कहीं बहुत पीछे छूट जाता है…
पसंद करेंपसंद करें
’’जग से चाहे भाग ले कोई, मन से भाग न पाए तोरा मन दर्पन कहलाए…..’’
मर्मस्पर्शी कथावस्तु के लिए बधाई।
पसंद करेंपसंद करें
अच्छा लगा।
जो बुरा है वह औरों के बारे में बुरा ही सोचेगा।
बहुत दिन बाद आपके दो ब्लॉग पोस्टें मुझे ई मेल द्वारा प्राप्त हुए।
लिखते रहिए।
आजकल हम कैलिफ़ोर्निया में हैं और मार्च महीने में भारत लौटेंगे।
शुभकामनाए
जी विश्वनाथ
पसंद करेंपसंद करें
सुन्दर रचना,बेहतरीन, कभी इधर भी पधारें
बहुत बहुत बधाई
सादर मदन
पसंद करेंपसंद करें
precise story
thanks Nishant Ji.
पसंद करेंपसंद करें
IS STORY NE MERE NAZARIYE KO BADAL DIYA HAI.
THANK YOU
पसंद करेंपसंद करें