एक संन्यासी लंबे-चौड़े शिलाखंड को बमुश्किल बैलगाड़ी पर चढ़ाने की कोशिश कर रहा था. एक राहगीर यह देखकर उसके पास आया और बोला, “माफ़ करें, लेकिन आप गलत तरह से काम कर रहे हैं”.
पसीने से लथपथ संन्यासी चिढ़कर बोला, “तुम अपना काम करो. मैं यह पहले भी कई बार कर चुका हूँ.”
राहगीर ने कहा, “आपको मेरी बात ज़रूर सुननी चाहिए. मैं एक तरीका जानता हूँ जो आपको मालूम नहीं है.”
संन्यासी ने कहा, “सुनो भाई, मैं तुम्हें नहीं जानता. मुझे शांति से अपना काम करने दो. मैं यह कई बार कर चुका हूँ और भली-भांति जानता हूँ कि यह काम कैसे करते हैं. ठीक है!”
राहगीर ने कहा, “लेकिन एक बार मेरी बात सुनने में क्या हर्ज़ है?”
संन्यासी ने पत्थर को जमीन पर टिका दिया, हाथ फटकारे, और बोला, “अच्छी बात है, अब बताओ तुम कौन सी राज़ की बात बताने वाले थे. मैं भी तो सुनूँ तुम कौन सी तरकीब जानते हो!”
राहगीर ने पत्थर का एक कोना उठाया और बोला, “हम दोनों मिलकर करें तो काम आसान हो जाएगा”.
संन्यासी ने मुस्कुराते हुए पत्थर का दूसरा कोना उठा लिया.
Thanx to John Weeren for this story
मिलजुल कर काम कर डालने से बेहतर कोई तरकीब नहीं है जीवन में।
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निष्कर्ष : एक राहगीर कहीं ज्यादा बड़ा सन्यासी हो सकता है 🙂
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aap log kewal yahi karna jante hai
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पत्थर का वजन बट जाने कि वजह से सुलभ और सरल हो गया..
इसके लिए हिन्दी फिल्म में एक गीत भी है…”साथी हाथ बढ़ाना, एक अकेला थक जायेगा, मिलकर बोझ उठाना..”
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thaks for the post, its a great lesson, zindagi kitni khoobsoorat ho jayegi agar sab us rahgir ki tarah ho jayen to
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बहुत अच्छा संदेश! मिल-जुलकर काम करने से जीवन की बङी से बङी बाधाऐं दूर हो जाती हैं।
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मतलब ये की दूसरों की बात भी सुननी चाहिए | विचार विमर्श से बहुत सारी समस्याएं आसान हो सकती हैं
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It is ultimately about caring for what someone else has to tell us I think! But I wonder to what extent!
Reason has to be exercised, I know! Yet…..I dont know!
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वाह!
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साथी हाथ बढ़ाना..
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नमस्कार।
नव वर्ष की शुभकामनाएं।
-शैलेन्द्र
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सन्यासियों का भी गोरखधंधा चलता ही रहता है.
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आज हम भी थोड़े सेल्फ़ सेंटर्ड हैं :)) आपको और आपके परिवारजनों को नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ.
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सुन्दर सीख !
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yhan ekal koi nhi h is sansaar me jyada kary mil kar karne hote h . prbhu ne 5 finger di h ye pancho mil kar hi karm ko sampann karti h . EK ungli ka arth ~~~” chalte kaam me ungli karna ” ho jata h .
HAPPY NEW YEAR 2012 .Nishant ji kaa hardik dhanywad .
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Really True akela Paresan Ho Raha tha jab rahgir ne idea diya toh samjh mein aayi its really true kabhi koi baat kahta hai toh sun bhi leni chahiye
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good mil kar kamkrne se muskile aasan ho jati hi
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nice………….
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