तीन कौवों की परीक्षा

crow


जब छोटे कौवे उड़ने लायक हो जाते हैं तो बड़े कौवे यह जानने के लिए उनकी परीक्षा लेते हैं कि वे झुंड का हिस्सा बनने योग्य हैं या नहीं.

ऐसे ही तीन छोटे कौवों कि परीक्षा का दिन आ गया. झुंड के सरदार ने पहले छोटे कौवे से पूछा – “मुझे बताओ, दुनिया में सबसे ज्यादा खतरनाक चीज़ क्या है?”

पहले छोटे कौवे ने तुंरत ही उत्तर दिया – “तीर सबसे खतरनाक होता है”. उत्तर सुनकर सभी कौवों ने उसके अनुमोदन में सर हिलाया.

सरदार फिर उड़कर पेड़ की दूसरी शाखा तक गया जहाँ दूसरा छोटा कौवा बैठा था. सरदार ने उससे भी वही प्रश्न किया. दूसरे छोटे कौवे ने एक पल को सोचा और फिर उत्तर दिया – “बेजोड़ शिकारी सबसे खतरनाक होता है क्योंकि तीर तो शिकारी ही चलाते हैं. एक कुशल और बेजोड़ शिकारी के तीर से बचना नामुमकिन है”.

सरदार ने इस उत्तर के लिए दूसरे छोटे कौवे की प्रशंसा की और बाकि कौवों ने भी उत्तर के समर्थन में हुंकारी भरी.

अब सरदार तीसरे छोटे कौवे के पास गया जो पेड़ की अन्य शाखा पर बैठा था. सरदार ने उससे भी वही प्रश्न किया. तीसरे छोटे कौवे ने बहुत देर तक गंभीरतापूर्वक प्रश्न का उत्तर सोचा, फिर उसने अपना उत्तर दिया – “अनाड़ी शिकारी सबसे खतरनाक होता है.”

सरदार और सभी कौवों को तीसरे छोटे कौवे का उत्तर बहुत अजीब लगा. सरदार ने तीसरे छोटे कौवे से पूछा – “तुमने ऐसा उत्तर क्यों दिया?”

तीसरे छोटे कौवे ने कहा – “सभी तीर खतरनाक होते हैं और कुशल शिकारियों के तीर से बचना मुश्किल होता है क्योंकि उनका निशाना सटीक होता है, लेकिन ज़रा सा दायें या बाएं होकर उनके तीर से बचा जा सकता है. इसके विपरीत, अनाड़ी शिकारी के तीर का कुछ भरोसा नहीं होता कि वह कहाँ जाकर लगेगा.”

तीसरे छोटे कौवे के उत्तर का स्पष्टीकरण सुनकर सभी बहुत खुश हुए और सबने कहा कि यही सर्वश्रेष्ठ उत्तर है. सरदार को यह अहसास हो गया कि वह लम्बे समय तक अपनी गद्दी पर कायम नहीं रह पायेगा. झुंड ने तीसरे छोटे कौवे के गुणों को पहचान लिया था.

(A short story about the wisdom of a small crow – in Hindi)

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