एक प्रौढ़ व्यक्ति की दो पत्नियाँ थीं. उनमें से एक उसकी हमउम्र थी और दूसरी उससे काफी छोटी थी.
दोनों पत्नियाँ अपने पति को अपने-अपने मनमाफिक रूप में देखना चाहती थीं. जब आदमी के बाल सफ़ेद होने लगे तो जवान पत्नी को यह अच्छा नहीं लगा. उसे लगा कि आदमी उसके पिता जैसा लगेगा, इसलिए हर रात को वह उसके बाल काढ़ती और सफ़ेद बालों को तोड़कर निकाल देती थी.
दूसरी ओर, आदमी की बड़ी पत्नी ने जब अपने पति को बुढ़ाते देखा तो उसे अच्छा लगा क्योंकि वह नहीं चाहती थी कि लोग उसे उसके पति की माँ समझ बैठें, इसलिए वह भी रोज़ दिन में उसके बाल काढ़ने लगी और काले बालों को तोड़कर फेंकने लगी. इसका परिणाम यह हुआ कि एक दिन वह आदमी पूरा गंजा हो गया.
अब केवल एक वाक्य में बताइए कि इस कहानी से हमें क्या शिक्षा मिलती है?
(A fable of Aesop about two wives of a man – in Hindi)
अपने बाल कभी अपनी पत्नियों से मत कढ़वाओ
पसंद करेंपसंद करें
इस कहानी से ये शिक्षा मिलती है कि अगर हम अपने आस-पास की किसी वस्तु या इंसान को अपने हिसाब से ढालने लगेगे तो उस की सुन्दरता को खो देंगे |
पसंद करेंपसंद करें
vaibhav ji, sahi kaha aapne and thnx kahani se siksha dene ke liye..
पसंद करेंपसंद करें
१. शादी करने के बाद “बाल” की चिन्ता नहीं करना चाहिये।
२. सारी पत्नियाँ समान उम्र की होना चाहिये।
पसंद करेंपसंद करें
गंजे आदमी को ही दो शादियाँ करनी चाहिए…
दो ध्रुवों के बीच..
पसंद करेंपसंद करें
pratyek ko kuch bhi dene wale ke pass jald hi kisi ko kuch bhi dene ke liye kuch bhi nahi hota.
पसंद करेंपसंद करें
Everyone see this world with a different lookout.
पसंद करेंपसंद करें
pratyake vyakti ka drishtikone bhin hota hai
पसंद करेंपसंद करें
apne aap ko kabhi bhie kissi aur kai according nahi dhalna chayie kyuki aant main nuksaan apna he hota hai
पसंद करेंपसंद करें
kabhi bhi apne aapko do nav per sawar mat kijiye
पसंद करेंपसंद करें
Do naawo pe sawar nahi ho
पसंद करेंपसंद करें
hmesha prakriti ke viruddh nahi chalna chahiy.
पसंद करेंपसंद करें
उस आदमी को एक शादी करनी चाहिए।
पसंद करेंपसंद करें
love is understanding the great love of hub & wife they one
पसंद करेंपसंद करें
[…] दो पत्नियोंवाला आदमी […]
पसंद करेंपसंद करें