हेनरी फोर्ड ने एक कार्यकुशलता विशेषज्ञ (efficiency expert) को अपनी फैक्ट्री में काम पर रखा। फोर्ड ने विशेषज्ञ से कहा – “फैक्ट्री में ऐसे कर्मचारियों को ढूंढो जो कुछ काम नहीं करते हों, मैं उन सबको नौकरी से निकाल दूँगा।”
एक्सपर्ट ने अपनी नोटबुक हाथ में लेकर फैक्ट्री के चक्कर लगाये और अपनी रिपोर्ट लेकर फोर्ड के पास आ गया। एक्सपर्ट ने कहा – “मुझे आपके एक एक्जीक्यूटिव में बिल्कुल कुशलता नहीं दिखती। मैं कई बार उसके पास से गुज़रा और हर बार मैंने उसे अपने पैर टेबल पर रखकर आराम से बैठा पाया। यह आदमी कुछ भी काम नहीं करता। इसे नौकरी से निकलना बहुत ज़रूरी होगा।”
जब फोर्ड ने उस एक्जीक्यूटिव का नाम सुना तो वे बोले – “मैं उसे नौकरी से नहीं निकल सकता। मैंने उसे सिर्फ़ सोचविचार के लिए नौकरी पर रखा है और वह अपना काम बड़ी कुशलता से करता है।
Photo by Ben Rosett on Unsplash
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कोई आश्चर्य नहीं कि हम भी कार्यकुशलता अधिकारियों को निरर्थक मानते हैं। मेरे एक सहकर्मी कहा करते थे कि गाड़ियां थ्योरिटिकल बातों से नहीं, ९ नम्बर के जूते से चलती हैं! — ९ नम्बर का जूता और नवें दर्जे की कॉमन सेंस!
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Mujhe Gyandutt jee kee tippani sateek lagati hai
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