एक ज़ेन गुरु और एक मनोचिकित्सक किसी जगह पर मिले। मनोचिकित्सक कई दिनों से ज़ेन गुरु से एक प्रश्न पूछना चाहता था। उसने पूछा – “आप वास्तव में लोगों की सहायता कैसे करते हैं?”
“मैं उन्हें वहां ले जाता हूँ जहाँ वे कोई भी सवाल नहीं पूछ सकते” – गुरु ने उत्तर दिया।
Photo by Nicholas Kampouris on Unsplash
महामौन की महिमा ही तो बखानी जैन गुरु ने!
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